UGC के अध्यक्ष प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत तैयार किए गए यूजीसी रेगुलेशन-2024 का मकसद उच्च शिक्षा में क्रांतिकारी बदलाव लाना है। इस नई नीति से छात्रों को ज्यादा लचीलापन और अवसर मिलेंगे।

सभी स्ट्रीम्स में एडमिशन की आजादी

अब 12वीं के बाद कोई भी छात्र किसी भी स्ट्रीम (कला, विज्ञान, कॉमर्स) में स्नातक (UG) कोर्स में दाखिला ले सकता है।
12वीं में संबंधित विषय पढ़ा होना अब अनिवार्य नहीं रहेगा।
सीयूईटी (CUET) UG परीक्षा या विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा पास कर अपनी पसंद का कोर्स चुन सकते हैं।

पढ़ाई में मिलेगा बहुविषयक अनुभव

छात्रों को मल्टीडिसिप्लिनरी कोर्सेस पढ़ने का मौका मिलेगा।
कोई भी छात्र अपनी पढ़ाई के दौरान विषय, संस्थान, या अध्ययन का तरीका बदल सकता है।
अपनी क्षमता के अनुसार वे किसी भी डिग्री या विषय का चुनाव कर सकेंगे।

साल में दो बार दाखिले का विकल्प

अब दाखिले साल में दो बार होंगे:
जुलाई-अगस्त
जनवरी-फरवरी
छात्र पढ़ाई छोड़कर दोबारा शुरू कर सकते हैं और किसी भी विषय में कभी भी दाखिला ले सकते हैं।

मुख्य बदलाव

12वीं पास सभी स्ट्रीम्स के छात्र UG या इंटीग्रेटेड डिग्री प्रोग्राम में एडमिशन ले सकेंगे।
एक छात्र एक साथ दो अलग-अलग डिग्री प्रोग्राम में पढ़ाई कर सकेगा।
नियमों का उल्लंघन करने वाले उच्च शिक्षण संस्थानों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।
शैक्षणिक सत्र 2025-26 से इन बदलावों को लागू किया जाएगा। यह नई नीति छात्रों के लिए शिक्षा को ज्यादा लचीला और रुचिकर बनाएगी।

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