bharatvasi-placeholder-image

संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान अंबेडकर के अपमान को लेकर दोनों सदनों में बड़ा हंगामा देखने को मिला। इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया के जरिए उनकी सच्चाई उजागर की है।

मोदी का कांग्रेस पर हमला: ‘अंबेडकर के अपमान के काले इतिहास को उजागर’

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया:
“अमित शाह जी ने डॉक्टर अंबेडकर के अपमान और SC/ST समुदायों की अनदेखी को कांग्रेस के काले इतिहास में दर्ज कर दिया है।”

मोदी ने कांग्रेस के ‘गुनाहों’ को भी सिलसिलेवार तरीके से गिनाया, जैसे:
डॉक्टर अंबेडकर को भारत रत्न देने से इनकार करना
संसद के सेंट्रल हॉल में उनकी तस्वीर स्थापित न करने की अस्वीकृति

अमित शाह की बैठक: भाजपा के नेताओं के साथ रणनीति पर चर्चा

संसद की कार्यवाही स्थगित होने के बाद, गृह मंत्री अमित शाह ने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की।
बैठक में भजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, पीयूष गोयल और अश्विनी वैष्णव शामिल हुए।
बैठक के बाद अमित शाह प्रधानमंत्री मोदी से मिले। चर्चा के विषय के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है।
माना जा रहा है कि इस बैठक में अंबेडकर से जुड़े मुद्दों पर एक आक्रामक रणनीति बनाई गई है।

शाह के विवादित बयान से कांग्रेस में आक्रोश

17 दिसंबर को राज्यसभा में बयान

अमित शाह ने संविधान पर बहस के जवाब में कहा:
“कांग्रेस अगर अंबेडकर का जाप भगवान की पूजा की तरह करती, तो स्वर्ग चले जाते। कांग्रेस को अंबेडकर का नाम ज्यादा लेना चाहिए, लेकिन जनता जानती है कि उनका मकसद क्या है।”

कांग्रेस की प्रतिक्रिया

कांग्रेस ने इस बयान को अंबेडकर का अपमान बताया।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शाह के इस्तीफे की मांग की है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here